बड़ी बेशर्म सी होती जा रही है ज़िंदगी जिसकी जरूरत है उसी से दुर जा रही है ज़िंदगी #SuDhi SuDhi
ज़िक्र
आज भी मेरे हर अल्फ़ाज़ में तेरे आने का ज़िक्र रहता हैं ।तू पास नहीं फिर भी तेरी सांसो का मुझ में इत्र रहता हैं ।।@hardikrudani
ज़रा सी/Right
You give the right to someone else today It was a bit of a thing, but the heart felt bad तुझ पर आज हक था किसी ओर का बात तो ज़रा सी थी, पर दिल बुरा मान गया #SuDhi SuDhi
You
क्या तुम्हें भी मैं याद आती हुँ ठीक वैसे ही जैसे तुम मुझे Do you recall me The way I think about you #SuDhi SuDhi
ज़ाहिल
ज़ाहिल ही सही ,हां हुँ मैं पुराने ख़्यालयत की किसी के लिए नहीं गवा सकती, इज्जत माँ बाप की #SuDhi SuDhi
हक
हक से चाहे मुझे डांट ले कोई गले लगा गम बांट ले कोई #SuDhi SuDhi
वक़्त
आँखे टिकाओ या दिल सजाओ दरवाजे पे आने वाले वक़्त से पहले नहीं आते #SuDhi SuDhi
इंसाफ
मोहरे अक्सर मात खाते हैं जब बात वज़ीर की आती है वो अपने कह लुट जाते हैं जब बात इंसाफ की आती है #SuDhi SuDhi